पूजन विधि में प्राकृतिक अगरबत्ती का करें उपयोग, सकारात्मक ऊर्जा का होगा संचार

इस आर्टिकल में मैं आपको प्राकृतिक अगरबत्ती जलाने से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दूंगा। इन फायदों को जानकर आप भी कभी मार्केट में मिलने वाली केमिकल अगरबत्तियों का प्रयोग नहीं करना चाहेंगे।

वनस्पतिरसोदभूतो गंधाद्यो गंधमुत्तमः ।

अघ्रेयः सर्वदेवानां धूपोऽयां प्रतिगृह्यताम् ॥

अर्थ: वनस्पतियों के रस से उत्पन्न जो, सर्वोत्तम सुगंध से सुगंधित है, जिसे सभी देवगण पसंद करते हैं। हे देव, कृपया इस धूपबत्ती को स्वीकार करें।

हिंदू धर्म में भगवान की पूजा आराधना के लिए की जाने वाली हर क्रिया का कोई न कोई धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। यहां कोई भी क्रिया निरर्थक नहीं है। भगवान की भक्ति और पूजन के लिए विविध माध्यम अपनाए जाते हैं। सभी का उद्देश्य एक मात्र ईश्वर की प्राप्ति है।

भगवान हमारे कष्टों के हर्ता हैं। वो ही परम पिता हैं, वो पालक हैं और वो ही उद्धारक हैं। वैदिक धर्म में पूजा के दौरान धूपबत्ती या प्राकृतिक अगरबत्ती का प्रयोग किया जाता है। अगरबत्ती आपके घर के वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। 

इस आर्टिकल में मैं आपको प्राकृतिक अगरबत्ती जलाने से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दूंगा। इन फायदों को जानकर आप भी कभी मार्केट में मिलने वाली केमिकल अगरबत्तियों का प्रयोग नहीं करना चाहेंगे।

प्राकृतिक अगरबत्ती का उपयोग करने के फायदे

पूजा में प्राकृतिक अगरबत्ती का उपयोग करने के अनेक फायदे हैं। अगर आप प्राकृतिक अगरबत्ती का प्रयोग करते हैं तो, आपके घर से धन की समस्या दूर हो सकती है। 

a candle with smoke and herbs on a table

कई बार लोगों के पास पैसे तो आते हैं, लेकिन वो टिक नहीं पाते तो इस स्थिति में आप शुक्रवार के दिन माता काली के मंदिर में जाएं और वहां माता रानी के आगे प्राकृतिक अगरबत्ती जरूर जलाएं, ऐसा करने से आपकी समस्या दूर हो सकती है।

प्राकृतिक अगर बत्ती जलाने से न केवल इसकी सुगंध ही आती है। बल्कि ये आपको कई तरह के रोगों से भी बचाता है। ये आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इससे परिवार के सदस्यों का मन में अच्छे विचारों तेजी से संचार होता है। 

प्राकृतिक अगर बत्ती शुद्धता के दृष्टिकोण से भी सबसे अच्छी होती है,क्योंकि इसमें केमिकल का उपयोग नहीं होता। यह अगरबत्ती औषधीय गुणों से भरी होती है। फूलों से बनी अगरबत्ती और धूपबत्ती हमारे मन को शांत करती है इससे भगवान की पूजन विधि में विशेष ध्यान लगता है।

पूजा करते समय अगरबत्ती जलाने का महत्व…

पूजा विधि संपन्न करते समय हमें प्राकृतिक अगर बत्ती का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। कहा जाता है कि, इसके धुएं से वातावरण शुद्ध और पवित्र हो जाता है। अगरबत्ती के धुएं से घर में मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। 

इसलिए, कुछ घरों में सुबह-शाम भगवान के पूजा स्थल पर अगरबत्ती जलाई जाती है।  मान्यता है कि प्राकृतिक अगर बत्ती का धुआं घर से निगेटिव एनर्जी को खत्म करता है।

धार्मिक क्रियाओं में क्यों होता है प्राकृतिक अगरबत्ती का प्रयोग…

अगर बत्ती जलाना आपके आस-पास के वातावरण को स्वस्थ और सुगंधित बनाने का एक प्राकृतिक तरीका है। हिंदू धर्म में, अगरबत्ती धार्मिक क्रियायों में एक प्रमुख स्थान रखती है। प्राकृतिक अगरबत्ती को ज्यादातर पूजा के समय जलाया जाता है ताकि आस-पास सकारात्मकता और सुखद सुगंध फैले।