
तीनों लोक के इंजीनियर हैं भगवान विश्वकर्मा, पूजा दिलाएगी आर्थिक तंगी से छुटकारा
गणेश विसर्जन, गणेश चतुर्थी उत्सव के समापन के दिन होता है। महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में विसर्जन उत्सव को बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
गणेश विसर्जन, गणेश चतुर्थी उत्सव के समापन के दिन होता है। महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में विसर्जन उत्सव को बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
गणेश विसर्जन, गणेश चतुर्थी उत्सव के समापन के दिन होता है। महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में विसर्जन उत्सव को बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
सनातन हिंदू धर्म धर्म में आराध्य देव की पूजा का विधान सबसे पहले बताया गया है। आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने का माध्यम भक्ति का मार्ग ही है। सनातन परंपरा में तीज-त्योहार पर व्रत-पूजा और अनुष्ठान करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान गणेश जी की उपासना अनेक सिद्धियों का कारक है। गणेश चतुर्थी पर […]
सनातन हिंदू धर्म में भगवान गणेश जी की ऐसे देवता के रूप में प्रतिष्ठा है जो, हर शुभ कार्य के विधिनायक देवता है। उनकी पूजा के बिना सारे काम अधूरे माने जाते हैं। गणेश चतुर्थी पर जो भी सनातनी विधिपूर्वक 10 दिनों तक गणपति जी की आराधना करता है उसके सब काम बनते ही हैं। […]
देशभर में गणेश चतुर्थी का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व की धूम देश के हर हिस्से में देखने को मिलती है। सनातन हिंदू धर्म में भगवा गणेश की पूजा आराधना का विशेष महत्व माना गया है। भगवान गणेश सर्व सिद्धि के दाता है। उनकी शरण में जो भी जाता है […]
सनातन हिंदू धर्म में भगवान का अवतार किसी कारण विशेष से ही होता है। जब जब पृथ्वी लोक पर अधर्म को बढ़ावा और धर्म की हानि होने लगती है तब श्रीहरि विष्णु भगवान अवतार लेकर दुष्टों का संहार करते हैं। भगवान श्री कृष्ण जी के रूप में भगवान विष्णु ने भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी […]
वृन्दावनेश्वरी राधा कृष्णो वृन्दावनेश्वरः। जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम॥ अर्थ: श्रीराधारानी वृन्दावन की स्वामिनी हैं और भगवान श्रीकृष्ण वृन्दावन के स्वामी हैं, इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक-क्षण श्री राधा-कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो। राधा कृष्ण अर्थात प्रेम की पराकाष्ठा, जहां कृष्ण, वहां राधा। भगवान श्रीकृष्ण का नाम ही राधा के नाम से जुड़ा हुआ है। […]
भजे व्रजैकमण्डनं समस्तपापखण्डनं स्वभक्तचित्तरञ्जनं सदैव नन्दनन्दनम्। सुपिच्छगुच्छमस्तकं सुनादवेणुहस्तकं अनङ्गरङ्गसागरं नमामि कृष्णनागरम्॥ सनातन हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण का स्थान सर्वोपरि है। भगवान कृष्ण जी की जो भक्ति करता है वह निश्चित ही फलदायी साबित होती है। श्री कृष्ण जी भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं। यहां तक कि, जब भगवान कृष्ण ने […]
वसुदेव सुतं देवं कंस चाणूर मर्दनम्। देवकी परमानंदं कृष्णं वंदे जगद्गुरुम्।। भावार्थ – मैं वसुदेव के पुत्र, देवकी के परमानन्द, कंस और चाणूर का मर्दन करने वाले समस्त विश्व के गुरू भगवान श्री कृष्ण की वन्दना करता हूं। भगवान श्री कृष्ण जगत पूज्य हैं जिनकी आराधना समस्त कष्टों को दूर करने वाली है। जिनकी कृपा […]
शांताकारम भुजङ्गशयनम पद्मनाभं सुरेशम विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम सनातन हिंदू धर्म में तिथियों का संबंध धार्मिक अनुष्ठानों से जोड़ा जाता है। तिथियों के शुभ मुहूर्त में की गई पूजा कई बार भक्त को ऐसा फल देती है कि वह जीवन भर भगवान की भक्ति […]
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